लगातार पांच साल खाने से कभी नहीं होगी फाइलेरिया

कटिहार, ( खौफ 24) देश में अपंगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण फाइलेरिया है। फाइलेरिया गंभीर बीमारी है। यह जितनी जटिल बीमारी है जिससे ग्रसित होने पर संक्रमित व्यक्ति को जीवनभर इसका दर्द उठाना पड़ता है। इससे लोगों को सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा साल में एक बार सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान आयोजित कर लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षा की दवा खिलाई जाती है। सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान के तहत फाइलेरिया रोधी दवाओं का लगातार पांच साल इस्तेमाल करने पर लोग भविष्य में कभी भी फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकते हैं। लोगों को फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए कटिहार जिले में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान की शुरुआत हर साल 10 फरवरी को आयोजित किया जाता है। 10 फरवरी से चलने वाले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को घर घर पहुंचकर दवाई खिलाई जाती है जिससे कि लोग जीवनभर फाइलेरिया बीमारी ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकते हैं।

घर-घर पहुंचकर सभी स्वस्थ व्यक्ति को खिलाई जाएगी दवा :

सिविल सर्जन डॉ जे पी सिंह ने कहा कि हर साल की तरह इस वर्ष भी लोगों को फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कटिहार जिले में 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान आयोजित किया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को घर घर पहुंचकर फाइलेरिया से सुरक्षा की दवाई खिलाई जाएगी। लोगों को खिलाई जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवाएं फाइलेरिया बीमारी की नहीं बल्कि इससे बचाव की दवा है। इसे हर स्वस्थ व्यक्ति को खाना चाहिए। इसके लिए स्थानीय आशा कर्मियों या आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा लोगों को घर-घर पहुंचकर दवा खिलाई जाएगी। फाइलेरिया से सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य कर्मी द्वारा 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को एल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सभी लोगों को उम्र के अनुसार फाइलेरिया से सुरक्षा की दवाई स्वास्थ्य कर्मियों के सामने हीं खिलाई जाएगी जिससे कि उम्र के अनुसार उनका डोज सम्पूर्ण हो सके और संबंधित व्यक्ति जीवनभर फाइलेरिया बीमारी ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकें।

लगातार पांच साल सुरक्षा की दवा खाने से कभी नहीं होगा फाइलेरिया :

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जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जे पी सिंह ने बताया कि फाइलेरिया होने पर लोगों को इसकी जानकारी 05 से 10 साल बाद बता चलता है जब उनका हाथ-पैर, पुरुषों के हाइड्रोसील या महिलाओं के स्तन में सूजन होने लगता है। समय के साथ साथ सूजन बढ़ने लगता है। हाइड्रोसील में होने वाले सूजन को नजदीकी सरकारी अस्पताल में सूचित करने पर योग्य चिकित्सकों द्वारा उसका ऑपरेशन करते हुए फाइलेरिया से सुरक्षित किया जा सकता है लेकिन हाथ-पैर और महिलाओं के स्तन में सूजन होने पर उसका सम्पूर्ण इलाज नहीं हो सकता। इससे सुरक्षित रहने के लिए लोगों को स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी द्वारा एमडीए कार्यक्रम के दौरान साल में एक बार घर-घर पहुंचकर खिलाये जाने वाले दवा का सेवन स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही करना चाहिए। सभी स्वस्थ व्यक्ति द्वारा लगातार पांच साल तक साल में एक बार इसका सेवन करने से संबंधित व्यक्ति जीवनभर फाइलेरिया बीमारी ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकते हैं। दवाई सेवन करने से अगर उनके शरीर के अंदर फाइलेरिया की कीटाणु उपलब्ध हैं तो वह नष्ट हो जाते हैं। इसलिए 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को (गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमार लोगों को छोड़कर) इसका सेवन करना चाहिए और खुद को फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित करना चाहिए।

सभी प्रखंड के स्वास्थ्य कर्मियों को किया जा रहा प्रशिक्षित :

भीडीसीओ एन के मिश्रा ने बताया कि 10 फरवरी से जिले के सभी प्रखंड में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को घर घर पहुंचकर फाइलेरिया से सुरक्षा के लिए दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए सभी प्रखंड के प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को जिला में प्रशिक्षित किया गया है। प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अपने क्षेत्र के आशा/आंगनबाड़ी कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को उम्र के अनुसार लोगों की पहचान करते हुए डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने खिलाए जाने की जानकारी दी जा रही है। एमडीए अभियान के दौरान सभी लोगों द्वारा शत प्रतिशत फाइलेरिया सुरक्षा की दवा का सेवन करने से लोग भविष्य में फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकेंगे और स्वस्थ जीवन का लाभ उठा सकते हैं।

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